सेमीफाइनल में हार के बावजूद अर्जुन एरिगेसी का दमदार प्रदर्शन
नई दिल्ली। भारतीय शतरंज के उभरते सितारे अर्जुन एरिगेसी ने विश्व ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया है। हालांकि सेमीफाइनल मुकाबले में उन्हें उज्बेकिस्तान के मजबूत खिलाड़ी नोदिरबेक अब्दुसातोरोव के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद अर्जुन ने वैश्विक मंच पर भारत का परचम लहराया। वहीं, नॉर्वे के दिग्गज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने सभी चुनौतियों को पार करते हुए एक बार फिर खिताब जीत लिया।
सेमीफाइनल में अर्जुन एरिगेसी और नोदिरबेक अब्दुसातोरोव के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला, जिसमें उज्बेक खिलाड़ी ने जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश किया। दूसरी ओर, गत चैंपियन मैग्नस कार्लसन ने अमेरिका के फाबियानो कारुआना को 3-1 से हराकर फाइनल का टिकट कटाया। खिताबी मुकाबले में कार्लसन ने अब्दुसातोरोव को मात देकर आठवीं बार विश्व ब्लिट्ज चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
अर्जुन एरिगेसी के इस प्रदर्शन की देशभर में सराहना हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई देते हुए कहा कि शतरंज में भारत की प्रगति निरंतर जारी है। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि फिडे वर्ल्ड ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के साथ-साथ रैपिड चैंपियनशिप में भी पदक हासिल करना अर्जुन के कौशल, धैर्य और समर्पण का प्रमाण है, जो युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा।
22 वर्षीय अर्जुन एरिगेसी के लिए यह टूर्नामेंट यादगार रहा। उन्होंने रैपिड और ब्लिट्ज दोनों प्रारूपों में विश्व स्तर पर कांस्य पदक जीतकर एक दुर्लभ उपलब्धि हासिल की है। क्वालिफाइंग राउंड में अर्जुन ने लगातार बेहतरीन खेल दिखाया और कई दिग्गज खिलाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया। दूसरे दिन के मुकाबलों में उन्होंने दमदार रणनीति और आत्मविश्वास के साथ जीत दर्ज कर नॉकआउट चरण में जगह बनाई।
हालांकि सेमीफाइनल की बाधा वह पार नहीं कर सके, लेकिन दो विश्व पदकों के साथ अर्जुन एरिगेसी का यह प्रदर्शन भारतीय शतरंज के उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करता है।